देश/दिल्ली:_देश मैं कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं अब तक कुल सक्रिय मामलों की संख्या 4026 है।दिल्ली उच्च न्यायालय ने कोविड-19 के मामलों में वृद्धि को देखते हुए एक सख्त आदेश जारी किया है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर सख्ती दिखाई है और केंद्र सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा है कि कोरोना सैंपलिंग की प्रक्रिया के लिए अपनाई गई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) पर तत्काल रिपोर्ट पेश की जाए।कोर्ट की एकल पीठ ने केंद्र को 18 जुलाई तक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है साथ ही कोर्ट ने सभी कर्मचारियों, वकीलों और वादियों को अदालत परिसर में हमेशा मास्क पहनने और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करने का निर्देश दिया है। अदालत ने सामान्य और प्रतीक्षालय क्षेत्रों में भीड़-भाड़ से बचने की सलाह दी है।
देश में केरल में सबसे ज्यादा मामले हैं केरल के बाद महाराष्ट्र और दिल्ली में एक्टिव केस हैं ।दिल्ली में 152 नए केस के साथ एक्टिव मरीजों की संख्या 483 तक पहुंच गई है ।हाल ही में दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री डॉ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि सभी मरीजों में सामान्य खांसी और बुखार के लक्षण है नया वेरिएंट वायरस संक्रमण के रूप में सामने आया है। मौजूदा स्थिति में लग रहा है कि यह धीरे-धीरे कम हो जाएगा स्थिति पर नजर रखी जा रही है।कोरोना से निपटने सरकार की पूरी तैयारी है।
कोरोना से हुई मौत को देखें तो कुछ मरीज को दोनों वैक्सीन के साथ-साथ बूस्टर डोज भी लगी थी।
राज्य सरकारें एडवाइजरी जारी कर लोगों से भीड भाड़ वाली जगह से दूर रहने और मास्क लगाने की अपील की है। बुखार खांसी और सीने में दर्द या सांस लेने में दिक्कत होने पर तुरंत जांच करने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं आयुष राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार प्रताप राव जाधव ने कहा कि केंद्र किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तरीके से तैयार है उन्होंने समाचार एजेंसी से बात करते हुए बताया कि हमारा केंद्र , स्वास्थ्य विभाग और आयुष मंत्रालय पूरी तरीके से सतर्क है उन्होंने आश्वासन दिया कि हर परिस्थिति पर नजर रखी जा रही है।
देश में कोरोना के बढ़ते आतंक दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिखाई सख्ती,,
