पूर्वोत्तर भारत के कई राज्यों में भारी बारिश और बाढ़ ने तबाही मचा दी है, जिससे 32 लोगों की मौत हो गई है। असम, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड और अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्यों में हालात खराब हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम, मणिपुर, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
वायुसेना ने बोमजीर नदी के तेज बहाव में फंसे 14 लोगों को बचाया । असम में 764 गांव जलमग्न।
देश/असम:_ मानसून बारिश से पूर्वोत्तर भारत में इस समय नदी नाले भारी उफान पर है मानो जलप्रलय आ गया हो, मणिपुर त्रिपुरा इंफाल सिक्किम मेघालय में हालत बहुत भयावह हो चुके हैं। लोगों के घर बारिश और बाढ़ से डूबने के कारण राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं,
लगातार हो रही बारिश से हालात इतने बदतर कि भारी भूस्खलन से रास्ते बंद हो गए हैं,इन रास्तों को जोड़ने वाले मुख्य मार्ग भी बंद हैं।असम अरुणाचल सिक्किम मेघालय मणिपुर और मिजोरम में बारिश और भूस्खलन से लोगों का जीवन बहुत मुश्किल में आ गया है।
नॉर्थईस्ट में मानसून की तबाही से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं।प्रभावित राज्यों में एनडीआरएफ की टीमें तैनात है ,इन राज्यों में मौत का आंकड़ा 34 पहुंच गया है।जीने के लिए मूलभूत सामग्री की आपूर्ति प्रभावित हुई है वहीं मेन लाइन कटने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल पूर्वोत्तर भारत में मानसून की शुरुआत के साथ ही भारी बारिश विशेष रूप से असम में हालत ज्यादा खराब है ,अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है और 17 जिले बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित है ।मौसम विभाग ने असम में बारिश का अलर्ट जारी किया है जिससे चिंता और बढ़ गई है।
वहां से 800 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला गया है उत्तर सिक्किम में लगभग 1200 सैलानी अभी फंसे हुए है ,कई बचाव कार्य राहत शिविर बनाए गए हैं जिसमें लोगों को सुरक्षित रखा जा रहा है। पूर्वोत्तर राज्य अभी मौसम की तिहरी मार बारिश बाढ़ और भूस्खलन से खतरे में है ।
भारी बारिश से सीमांचल की तीन नदियां खतरे के निशान के पास बह रही है गुवाहाटी जो असम का सबसे बड़ा शहर है पूरी तरह से पानी में डूबा हुआ है सड़कों पर पानी भर गया है और नावें चल रही है,कई इलाकों में घरों तक पानी घुस गया है और जीवन बचाने की जद्दोजहद से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित है। पूरे पूर्वोत्तर में सामान्य से लगभग 300% ज्यादा बारिश बताई जा रही है अकेले गुवाहाटी में 1 दिन में 111 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है। भारी बारिश के कारण ब्रह्मपुत्र सहित कई नदियों का जलस्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया है जिससे 6 जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई और 10000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं,लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने का काम चल रहा है,बाढ़ से हालात गंभीर बने हुए हैं ।मानसून के मौसम में सड़के सुरक्षित रखने के लिए अधिकारी खास ध्यान दे रहे हैं साथ ही सभी से विनती कर रहे कि भारी बारिश और भूस्खलन वाले इलाकों में सावधानी बरतें और रात को यात्रा ना करे।
गृह मंत्रालय पूरा एक्टिव हो गया है गृह मंत्री अमित शाह ने असम सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री और मणिपुर के राज्यपाल से राज्यों में जारी भारी बारिश के मद्दे नजर बात की साथ ही उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर संभव मदद का आश्वासन दिया ,लोगों को भरोसा दिलाया है कि इस आसमानी आपदा में मोदी सरकार चट्टान की तरह आपके सामने खड़ी है ।
केंद्र सरकार और राज्य सरकार हालात पर नजर रखे हुए हैं,प्रभावित राज्यों से संपर्क लगातार जारी है। बाढ़ में प्रभावित लोगों को राहत शिविर पहुंचाया जा रहा है, बाढ़ से ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में मदद भेजी जा रही है।