रायपुर:_केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का 4 अप्रैल को छत्तीसगढ़ आगमन ।गृहमंत्री चार-पांच अप्रैल को छत्तीसगढ़ का दौरा कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार, गृहमंत्री अमित शाह नक्सलवाद के खिलाफ एक हाई लेवल मीटिंग करेंगे।केंद्रीय मंत्री अमित शाह बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों की समीक्षा करेंगे। बस्तर में इस साल कार्रवाई में 130 नक्सली मारे गए हैं,कई इनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।
छत्तीसगढ़ से नक्सलियों के खात्मे की डेडलाइन 31 मार्च 2026 केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने निर्धारित की है।इस दौरान राज्य सरकार ने नई नक्सल नीति गृहमंत्री शाह के हाथों लॉन्च कराने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
गृहमंत्री ने एक्स पर लिखा कि मोदी सरकार सशक्त, सुरक्षित और समृद्ध भारत बना रही है। हम विकास के रास्ते पर बढ़ रहे हैं और तेजी से देश नक्सल मुक्त हो रहा है। 31 मार्च, 2026 तक भारत पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो जाएगा।
प्रदेश से नक्सलवाद खत्म करने छग सरकार की पेशकश
छग राज्य सरकार की तैयारी में है, नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने और उनके स्याह जीवन में उजाले भरने,उनको सामाजिक जीवन जीने देने।
5 लाख के इनामी नक्सली को सरेंडर पर एक हेक्टेयर तक जमीन, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देगी।
अब नक्सलियों के पास एक ही रास्ता है आत्मसमर्पण। समाज की मुख्यधारा में लौट आने का नक्सलियों के लिए अच्छा समय और सुगम विचार है।क्योंकि नक्सलवाद विकास विरोधी विचार है,जिनका कोई महत्वपूर्ण उद्देश्य नहीं है।
विकासवाद पर नक्सलवाद एक बहुत बड़ा गड्ढा है
नक्सली अपने लिए खुद ही गड्ढा खोद रहे समाज विरोधी चोला पहनकर।हार कर जीने से अच्छा है समझौते कर आगे बढ़ना हिंसा छोड़ विकास के राह में चलना।
अपने ही देश के अंदर संघर्ष कैसा भारत देश कभी हारेगा नही
“नक्सल क्षेत्रों में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई लगातार जारी है। इसका परिणाम माओवाद का आत्मसमर्पण, गिरफ्तारी या समाप्ति होगा।” आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों से समाज की मुख्यधारा में लौटने और विकास की दिशा में योगदान देने का आह्वान किया जा रहा है।