वक्फ संशोधन बिल को लेकर पीएम मोदी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को बड़ी सफलता मिली है। वक्फ बिल को गुरुवार को देर रात राज्यसभा से भी पास कर दिया गया है। इसके साथ ही ये बिल लोकसभा और राज्यसभा, दोनों सदनों से पास हो गया है।
वक्फ संशोधन बिल के पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 वोट पड़े।
राज्यसभा से भी पास हो गया वक्फ संशोधन विधेयक, पक्ष और विपक्ष में पड़े इतने वोट।
लोकसभा के बाद अब राज्यसभा में भी वक्फ संशोधन विधेयक पास हो गया। लंबी बहस के बाद केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार उच्च सदन में भी इसे पारित कराने में सफल रही। देर रात दो बजे के बाद बिल पर वोटिंग हुई और बिल पारित हो गया।
इस तरह 12 घंटे से ज्यादा की चर्चा के बाद रात 2.32 बजे राज्यसभा से वक्फ विधेयक पारित हो गया। सत्ता पक्ष ने बिल को वोट बैंक की राजनीति से बाहर निकलकर राष्ट्रीय हित की ओर बढ़ाया गया कदम बताया। वहीं विपक्ष ने बिल को संवैधानिक अधिकारों के खिलाफ करार दिया। चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष की ओर से कई मौकों पर गहमागहमी की स्थिति भी देखने को मिली। हालांकि, लोकसभा से बिल पास होने के अगले ही दिन राज्यसभा से भी वक्फ बिल पारित हो गया।
कुछ की नाराजगी भी दिखी
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने ऐलान किया कि डीएमके वक्फ (संशोधन) बिल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।
वक्फ संशोधन विधेयक के पास होने पर वारिस पठान
(AIMIM)ने दुख जताया। उन्होंने इसे बहुत बड़ा अन्याय कहा और इसके विरोध में उन्होंंने कहा
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वक़्फ़ बोर्ड बिल संसद में हुआ पास तो आजमगढ़ के मुसलमान है, नाराज! भाजपा सरकार पर जमकर बोला हमला कहा की भाजपा के लोग हिंदू मुस्लिम की राजनीति करते हैं। कुछ मुसलमान ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट है। वहां पर भी एक मुसलमान को नियुक्त कर दिया जाए वक़्फ़ बोर्ड बिल से नाराज है।