पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कथित अवैध धर्मांतरण का मुद्दा उठाया.
बजट सत्र के दौरान सत्तादल के विधायक पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए कथित अवैध धर्मांतरण का मुद्दा उठाया।
पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के सवाल पर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने जवाब दिया।
गृह विभाग का प्रभार संभाल रहे डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने आज सदन में कथित अवैध धर्मांतरण पर बड़ा बयान दिया। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि राज्य सरकार अवैध धर्मांतरण को रोकने के लिए जल्द ही एक कड़ा कानून बनाएगी।
कथित अवैध धर्मांतरण के खिलाफ कड़े कानून बनाने सरकार हुई गंभीर ईसाई मिशनरियों पर उठे सवाल संगठनों पर नियंत्रण नहीं
बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि चंगाई सभा की आड़ में भोले भाले, असहाय और गरीब लोगों को बहला फुसलाकर धर्मांतरित किया जा रहा है।चंद्राकर ने कहा कि स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक कार्य के क्षेत्र में काम करने के उद्देश्य से गठित एनजीओ को विदेशों से धन मिल रहा है, जिसका कथित तौर पर धर्मांतरण के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि राज्य में कई ऐसे एनजीओ हैं,जो धार्मिक आधार पर पंजीकृत हैं।इनको विदेशों से धन भी प्राप्त होता है। बस्तर जिले में 19 पंजीकृत संगठनों में से 9 और जशपुर जिले में 18 में से 15 संस्थाएं ईसाई मिशनरियों की ओर से संचालित की जा रही हैं।चंद्राकर ने इस बात का आरोप लगाया कि इन संगठनों पर नियंत्रण न होने के कारण धर्मांतरण गतिविधियों को बढ़ावा मिल रहा है।
अधिकांश संगठन जशपुर जिले में सक्रियता से संचालित है
बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने सदन में कहा किअधिकांश संगठन जशपुर जिले (मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का गृह जिला) में काम कर रहे हैं, जहां धर्मांतरण के अधिकांश मामले सामने आए हैं। चंद्राकर ने इस साल की शुरुआत में बिलासपुर और रायपुर जिलों में पुलिस के पास दर्ज धर्मांतरण के कुछ घटनाओं का भी हवाला दिया सदन में।
बीजेपी विधायक का दावा है कि धर्मांतरण में विदेशी फंडिंग का उपयोग होने से नहीं कर सकते इंकार,
अजय चंद्राकर ने दावा किया कि धर्मांतरण में विदेशी फंडिंग के इस्तेमाल से इनकार नहीं किया जा सकता, सरकार इस तरह के फंड पर प्रतिबंध लगाने का दावा करती है, लेकिन संस्थाएं ऑडिट रिपोर्ट न देकर अपना रास्ता निकाल लेती हैं।
डिप्टी सीएम ने इस पर जवाब दिया यह कहना सही नहीं है”
अजय चंद्राकर के सवाल के जवाब में डिप्टी सीएम ने कहा कि यह कहना सही नहीं है कि एनजीओ पर स्थानीय प्रशासन के नियंत्रण की कमी के कारण धर्मांतरण की घटनाएं बढ़ रही हैं।जब ऐसी उपचार सभाओं में लोगों को धर्मांतरण के लिए लुभाने की शिकायतें मिलती हैं तो पुलिस उचित जांच करती है और तुरंत कानूनी कार्रवाई करती है। डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बताया कि 2020 में एक, 2021 में सात, 2022 में तीन, 2023 में शून्य, 2024 में कुल 12 और 2025 में अब तक चार मामले दर्ज किए गए हैं.