आज के विरोध प्रदर्शन का मुख्य मुद्दा मंदिर में धर्म के नाम पर हो रहे बलि को रोकना।
23 तारीख को बेमेतरा के पुराना बस स्टैंड में कई मुद्दों को लेकर बैठक रखी गई है।
“बेमेतरा”
आज के विरोध प्रदर्शन का अगुवाई कर रहे दंडी स्वामी जी ने क्या कहा पढ़िए,,,,
आज के विरोध प्रदर्शन पर स्वामी ज्योतिर्मयानंद ने शासन प्रशासन को चेताते हुए कहा कि यहां धर्म के नाम से अधर्म हो रहा है ।शासन प्रशासन मूक_बधिर बना बैठा है ।क्या उनको पता नहीं हजारों बकरे रोज काटे जा रहे हैं,और शराब का भरपूर सेवन किया जा रहा है।मंदिर क्या शराब पीने की जगह है, सनातन धर्म में हमारी आस्था है,भगवती के मंदिर में कोई निरीह प्राणी मारा जाए और भगवती प्रसन्न हो जाए,ऐसा नहीं होता।हजारों की संख्या में बलि दी जाती है, उनका रक्त नदी के पानी में बहाया जाता है,उसे धोया जाता है,यही पानी पीने के भी काम आता है।अब प्रशासन को चेत जाना चाहिए कहीं धर्म के नाम पर बवाल बढ़ा तो जनाक्रोश को रोकना शासन के लिए मुश्किल होगा।आसपास के क्षेत्र और अन्यत्र जगहों में धर्म के नाम पर जो कांड हुआ है,उसकी पुनरावृत्ति यहां न हो यह ध्यान रखना प्रशासन का काम है।
“”समिति ने बलि प्रथा रोकने सहयोग करने लिखित में दिया है।आगामी दिनों में इसमें बैठक कर निर्णय लिया जाएगा।पुलिस प्रशासन को यह जिम्मेदारी दी गई है यहां बलि देने वाले की गाड़ी रोके जाए,यहां बलि देते पाया गया तो उसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी “”
आपको बता दें ग्राम सण्डी में सिद्धी माता का मंदिर है, जो स्वप्न में दिखने के बाद यहां मंदिर बनाया जाता है,फिर वहां बकरे की बलि दी जाती है।यहां होली के बाद तेरस तक अनगिनत बकरे की बलि दी जा चुकी है।बलि के बहाने खूब मांस का भक्षण किया जाता है,शराब का दौर चलता है।
बेमेतरा जिला के ग्राम सण्डी में फागुन महीने में हजारों की संख्या पर प्रदेश भर के लोग मन्नत पूरी होने पर जानवरों की बलि देते हैं। मंदिर में बेजुबान निरीह पशु की बड़ी तादाद में बलि दी जाती है।इसी बलि प्रथा का लगातार विरोध होता आ रहा है।पहले भी बलि प्रथा विरोध के बाद बंद की गई थी।लेकिन कुछ दिन बाद फिर से शुरु कर दी गई।
मंदिर समिति के अध्यक्ष छगन राम के मुताबिक बलि जहां दी जाती है,उस स्थान में ताला बंदी की गई है। मंदिर समिति बलि का विरोध करती है, तो लोग कही भी जाकर बलि दे रहे हैं। वहीं मौके पर पहुंचे बेमेतरा तहसीलदार जयंत पाटले ने कहा कि मंदिर समिति और समाजसेवी संगठनों में सहमति बनी है।
बेमेतरा के SDOP मनोज कुमार तिर्की और तहसीलदार जयंत पाटले सहित बेमेतरा और दुर्ग से पुलिस फोर्स धरना स्थल में मौजूद थे।