श्रेया अपने संगीत के साथ-साथ अपने परिवार को भी महत्व देती हैं।
(Janchoupal 36 गायन स्मृति)
श्रेया घोषाल को अपनी विस्तृत गायन क्षमता और बहुमुखी प्रतिभा के लिए जाना जाता है। वह भारत की सबसे विपुल और प्रभावशाली गायिकाओं में से एक हैं।जादुई आवाज और सम्मोहक गायकी से लोगों के दिलों को गुदगुदाने वाली भारतीय फिल्म की सुरभित सुरों की मलिका श्रेया घोषाल एक प्रसिद्ध भारतीय पार्श्व गायिका हैं ।जिनका जन्म 12 मार्च 1984 को पश्चिम बंगाल में हुआ, श्रेया ने महज 4 साल की उम्र से संगीत सीखना शुरू कर दिया था और उनकी पहली गुरु उनकी मां थीं जिन्होंने उन्हें संगीत की तालीम दिलाई। श्रेया ने 2002 में “देवदास” फिल्म के साथ अपनी गायन कैरियर की शुरुआत की।
6 फिल्मफेयर अवॉर्ड
गायकी का ये आलम है कि कायनात झूम जाय, फिजा में इत्र घुल जाए ।मनमोहक आवाज में भिन्न भिन्न भारतीय भाषाओं के गाने गाकर उन्होंने अपना सम्मोहन बिखेरा है।श्रेया हिंदी फिल्मों के अलावा कन्नड़, मराठी, तेलगु, तमिल, बंगाली और पंजाबी फिल्मों में भी पार्श्व गायन करती हैं।
श्रेया घोषाल के पापा के शब्दों में
श्रेया को सिंगर बनाना उनके पेरेंट्स का सपना था। अपनी बेटी के बारे में बात करते हुए श्रेया के पापा ने कहा था कि जन्म से ही श्रेया में कुछ ऐसी क्वालिटीज़ थीं, जिन्हे देख उन्हें यकीन हो गया था कि वो सिंगर ही बनेंगी।वो अक्सर सुर में ही रोती थीं। एक तरफ वो एक प्रोफेशनल सिंगर हैं, लेकिन उनका दिल आज भी एक बच्चे की तरह प्यारा है।
हारमोनियम पर मां के साथ ही संगत
चार साल की उम्र से घोषाल ने हारमोनियम पर अपनी मां के साथ संगत किया। उनके माता-पिता ने उन्हें कोटा में महेशचन्द्र शर्मा के पास हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की विधिवत् शिक्षा के लिए भेजा।
पति और बेटे के साथ शानदार अपार्टमेंट में रहती हैं श्रेया
श्रेया के पति शिलादित्य मुखोपाध्याय उनके पापा की तरह इंजीनियर हैं। शादी के बाद अपने पति के साथ श्रेया मुंबई के सांताक्रुज स्थित शानदार अपार्टमेंट में शिफ्ट हो गई हैं, तो उनके माता-पिता उनके भाई सौम्यदीप के साथ रहते हैं।
चिल्ड्रेन स्पेशल एपीसोड की प्रतियोगिता का खिताब जीत गायकी में रखा कदम
बच्ची के रूप में ज़ी टीवी पर सा रे गा मा (अब सा रे गा मा पा) की चिल्ड्रेन स्पेशल एपीसोड की प्रतियोगिता का खिताब उन्होंने जीता। उस समय आज के प्रसिद्ध गायक सोनू निगम ने इस कार्यक्रम की मेजबानी की थी।कल्याणजी, जो प्रतियोगिता के निर्णायक थे, ने उनके माता-पिता को मुम्बई आने के लिए मनाया।उन्होंने 18 महीनों तक उनसे शिक्षा ली और मुम्बई की मुक्त भिडे से शास्त्रीय संगीत की तालीम को जारी रखा।
शुरुआती जीवन और शिक्षा:
श्रेया का जन्म पश्चिम बंगाल के बरमपुर में हुआ था, लेकिन उनका बचपन राजस्थान के कोटा में गुजरा।
उन्होंने आठवीं कक्षा तक रावतभाटा में पढ़ाई की।
रावतभाटा के एटॉमिक एनर्जी सेण्ट्रल स्कूल (AECS) और अणुशक्तिनगर (मुम्बई) में उन्होंने पढ़ाई की। स्नातक के लिए उन्होंने SIES कॉलेज के कला संकाय में दाखिला लिया।
आवाज नारीसुलभ कोमलता और सुरीली है
श्रेया घोषाल की आवाज बहुत ही मधुर और सुरीली है। उनकी गायन शैली में एक अनोखी बात यह है कि वे अपनी आवाज में भावनाओं को बहुत ही अच्छी तरह से व्यक्त कर सकती हैं।उनकी आवाज की विशेषता यह है कि वे अपनी आवाज को विभिन्न शैलियों में ढाल सकती हैं और अपने गानों में जान डाल सकती हैं।
श्रेया मादकता और कोमलता का अद्भुत मिश्रण है
मधुरता: उनकी आवाज में एक अनोखी मधुरता है जो श्रोताओं को आकर्षित करती है।
भावपूर्णता: वे अपनी आवाज में भावनाओं को बहुत ही अच्छी तरह से व्यक्त कर सकती हैं।
विभिन्न शैलियों में गायन: श्रेया घोषाल ने विभिन्न शैलियों में गायन किया है, जैसे कि फिल्मी गाने, भजन, और शास्त्रीय संगीत।
आवाज की लचीलापन: वे अपनी आवाज को विभिन्न शैलियों में ढाल सकती हैं और अपने गानों में जान डाल सकती हैं।
कुल मिलाकर,श्रेया घोषाल की आवाज बहुत ही सुरीली और भावपूर्ण है,जो श्रोताओं को आकर्षित करती है और उन्हें अपने गानों में बांधे रखती है।
नेशनल अवॉर्ड विनर
2002: नैशनल फिल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर – बैरी पिया (देवदास)
2006: नैशनल फिल्म अवॉर्ड फ़ॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर – धीरे जलना (पहेली)
2007: नैशनल फिल्म अवॉर्ड फॉर बेस्ट फिमेल प्लेबैक सिंगर – ये इश्क हाय (जब वी मेट)
फिल्म फेयर अवॉर्ड
2003: फ़िल्मफ़ेयर आर॰ डी॰ बर्मन अवॉर्ड फॉर न्यु म्यूजिक टैलेंट
2003: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड (कविता कृष्णमूर्ति के साथ साझा) – डोला रे (देवदास)
2004: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड – जादू है नशा है (जिस्म)
2008: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड – बरसो रे (गुरु)
2009: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड – तेरी ओर (सिंह इस किंग)
2016: फ़िल्मफ़ेयर बेस्ट फिमेल प्लेबैक अवॉर्ड – दीवानी मस्तानी (बाजीराव मस्तानी)
साउथ फिल्म फेयर अवार्ड ,आईफा अवार्ड, ज़ी सिने अवार्ड, स्टार स्क्रीन अवार्ड्स इसके अलावा और भी अन्य अवार्ड है जो श्रेया घोषाल को मिले हैं।
श्रेया घोषाल को मिले अवार्ड के बारे में चर्चा करें तो एक किताब लिखी जा सकती है क्योंकि अवार्ड उनके पीछे चलते हैं।
उन्होंने विभिन्न रियलिटी शो जज भी किए हैं, जिनमें “इंडियन आइडल” और “अमूल वॉइस स्टार ऑफ इंडिया” शामिल हैं।
एक समय अपने सोशल मीडिया हैंडल पर, प्रसिद्ध गायिका ने खुलासा किया कि 2022 में ऑरलैंडो में एक संगीत कार्यक्रम के बाद उन्होंने अपनी आवाज़ पूरी तरह खो दी थी।