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Monday, April 28, 2025

हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने का फरमान,जनता हो रही परेशान

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छत्तीसगढ़ के 40 लाख वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगेंगे जो तय सीमा में मुनासिब नहीं है।

छत्तीसगढ़ में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) लगाने का आदेश 1 अप्रैल 2019 से पहले पंजीकृत सभी वाहनों के लिए 19 नवंबर 2024 से लागू किया गया था।

इधर नंबर प्लेट बदलने की यही रफ्तार रही तो प्रदेश के 40 लाख वाहनों में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने में 20 महीने और लगेंगे ।उस के लिए अब 30 तक मोहलत दिया गया है।

नियम का पालन न करने पर:ट्रैफिक पुलिस चालान कर सकती है
HSRP लगवाने के लिए अधिकृत एजेंसीज: परिवहन विभाग ने मेसर्स रियल मेजॉन इंडिया लिमिटेड और रोसमर्टा सेफ्टी सिस्टम लिमिटेड को अधिकृत किया है।
शासन के नए नियमानुसार अप्रैल 2019 के पहले के वाहनों में नए हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाने के लिए छग शासन ने 30 अप्रैल की समय सीमा तय की है। जबकि इन दिनों राज्य भर में एक दिन में 10 हजार से भी कम नंबर प्लेट ही लग पा रहे हैं।
पुलिस कार्रवाई की तैयारी: दूसरी तरफ शासन की ओर से समय सीमा तय होते ही पुलिस ने कार्रवाई के लिए तैयारियां भी प्रारंभ कर दी है। रायपुर में बुधवार को ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों और जवानों को हाई सिक्योरिटी (एचएसआरपी) रजिस्ट्रेशन प्लेट की खासियतें बताई गई और फर्जी नंबर प्लेट का पता लगाने के तरीके भी बताए गए,पर आम जनता की समस्याओं पर विचार नहीं किया गया।
राजधानी रायपुर बस नहीं बल्कि दूरदराज के जिलों से भी नंबर प्लेट बदलवाने में काफी परेशानी होने की सूचना और शिकायतें आ रही हैं।
रायपुर में ही पेडिंग आवेदनों की संख्या एक लाख से ऊपर
सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में तकरीबन 40 लाख वाहनों में रायपुर जिले में ही लगभग 8 लाख वाहनों में नए नंबर प्लेट लगने हैं। सबसे ज्यादा आवेदन रायपुर में, बावजूद दिन में तीन से चार हजार नंबर प्लेट ही लग पा रहे हैं। जबकि पेडिंग आवेदनों की संख्या एक लाख से ऊपर पहुंच गई है।
सर्व सुविधा युक्त रायपुर राजधानी में जब रफ्तार यह है तो फिर अन्य जिलों की स्थिति का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
मोबाइल नंबर अपडेट नहीं होने से समस्या,दो ही एजेंसी को ही टेंडर:_सूत्रों का कहना है कि मुख्यालय ने शिविर लगाने, अतिरिक्त कर्मियों को तैनात करने जैसे निर्देश दिए है,लेकिन केवल दो एजेंसियों को ही पूरे प्रदेश में एचएसआरपी के लिए टेंडर देने से सुविधाओं में बढ़ोतरी आसान भी नहीं है। सबसे ज्यादा दिक्कत वाहनों के रजिस्ट्रेशन दस्तावेज में मोबाइल नंबर अपडेट नहीं होने से आ रही है।
वाहन मालिकों की परेशानी खर्चा दस हजार तक हो सकता है: हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट (HSRP) लगवाने के लिए वाहन मालिकों को लंबी लाइनों और परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ वाहन मालिकों का कहना है कि उन्हें HSRP लगवाने के लिए 10,000 रुपये तक का खर्चा करना पड़ सकता है।
सरकार के निर्देश: सरकार ने सभी वाहनों पर HSRP लगवाना अनिवार्य कर दिया है, जिसका उद्देश्य वाहनों की सुरक्षा और पहचान को बढ़ाना है। हालांकि, वाहन मालिकों का कहना है कि सरकार को उन्हें HSRP लगवाने के लिए अधिक समय देना चाहिए।
आर्थिक बोझ: HSRP लगवाने के लिए वाहन मालिकों को अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है, जिससे उन्हें आर्थिक बोझ का सामना करना पड़ रहा है। उनका कहना है कि सरकार को उनकी आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए।
ऑनलाइन भुगतान में ही दिक्कत
इसके बावजूद भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।अभी तो ऑनलाइन भुगतान में भी दिक्कत कई उपभोक्ताओं की आरसी बुक गुम है तो कई उपभोक्ता खरीदी वाहन का अपने नाम पंजीयन ही नहीं कराया है।
नागरिकों का कहना है कि मोबाइल नंबर से लेकर अन्य दस्तावेज तैयार करने में अब काफी समय लग रहा है। लिहाजा उनकी परेशानी बढ़ गई है।


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