परियोजना की लागत होगी लगभग 8,741 करोड़ रुपये ।छत्तीसगढ़ में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रोजेक्ट के तहत 615 किमी रेल लाइन विस्तार होगा।छत्तीसगढ़ की जनता के लिए यह परियोजना रेल नेटवर्क में एक बहुत बड़ी सौगात मानी जा रही है।यह रेल परियोजना देश के प्रमुख 10 रेल रूटों में शामिल है।
छत्तीसगढ़/रेल लाइन:_छत्तीसगढ़ में रेल लाइन विस्तार के लिए काम शुरू हो गया है इस लाइन में 21 नए स्टेशन बनाए जाएंगे जिससे आवागमन परिवहन और पर्यावरण के साथ किसानों को फायदा मिलेगा। इस परियोजना से यह रेल लाइन खैरागढ़ से परमालकसा तक जाएगी। यह रायपुर बाईपास से होते हुए छत्तीसगढ़ को सीधे महाराष्ट्र से जोड़ेगी, जिसमे रायगढ़, सक्ती, जांजगीर चांपा, बिलासपुर, बलौदाबाजार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव जिले लाभान्वित होंगे किसानों को मिलेगा पूरा फायदा,इस परियोजना से किसानों को अपनी फसलें आसानी से बाजार तक पहुंचाने में मदद मिलेगी, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी। साथ ही युवाओं को इस क्षेत्र में नए उद्योगों और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
इस परियोजना से पर्यावरण अनुकूलन को बढ़ावा मिलेगा पर्यावरण की दृष्टि से देखा जाए तो इस परियोजना से प्रतिवर्ष 22 करोड़ लीटर डीजल की बचत होगी और 113 करोड़ किग्रा CO2 की कटौती होगी, जो लगभग 4.5 करोड़ पेड़ों के लगाने के बराबर है।
इसके बन जाने से लॉजिस्टिक्स लागत में भी भारी कमी आएगी, जिससे सड़क परिवहन की तुलना में प्रतिवर्ष 2,520 करोड़ रुपये की बचत होगी ।
रायगढ़,जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, बलौदा बाज़ार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव जिले का प्रभाव बढ़ेगा।खरसिया से परमालकसा तक 278 किमी लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी, जिसमें 615 किमी ट्रैक की लंबाई होगी।
यह परियोजना छत्तीसगढ़ के विकास में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है,इस परियोजना में छत्तीसगढ़ के विकास को एक नई दिशा मिलेगी
परियोजना में 21 नई रेलवे स्टेशन का निर्माण किया जाएगा।इस मार्ग को पूरा करने के लिए 48 बड़े पुल, 349 छोटे पुल, 14 रेल ओवर ब्रिज, 184 रेल अंडर ब्रिज और रेल फ्लाईओवर बनाए जाएंगे। इससे न केवल राज्य के लोगों का सफर आसाना होगा, बल्कि पड़ोसी राज्य के साथ संबंधित 8 जिलों के साथ व्यापारिक गतिविधियां बढ़ेंगी।