सूख रही नैनी झील, सिर्फ 4.7 फीट रह गया पानी; कैसे बुझेगी नैनीताल वालों की प्यास?नैनी झील, नैनीताल की सुंदरता का केंद्र, जहाँ सात पहाड़ियों से घिरा मनोरम दृश्य देखने को मिलता है, और यहाँ नौका विहार का आनंद भी लिया जा सकता है।
झील के जल स्तर को लेकर इस बार बढ़ी चिंता
नैनी झील का जलस्तर: हाल ही में नैनी झील का जलस्तर पांच साल के निचले स्तर पर पहुँच गया है, जिससे चिंता बढ़ गई है.
पर्यटन सीजन शुरू होने की वजह से बढ़ी चिंता नैनी झील के नियंत्रण कक्ष प्रभारी के मुताबिक झील के जल स्तर को लेकर इस बार बड़ी चिंता की स्थिति है।कहा कि झील के जलस्तर में एक तरफ तेजी से गिरावट हो रही है, तो दूसरी ओर यहां पर्यटन का सीजन शुरू होने वाला है।हाल फिलहाल में यहां बारिश होने की भी कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।ऐसे में आशंका है कि झील में पानी की कमी का असर कहीं पर्यटकों की आवक पर ना पड़ जाए।
नैनीताल की जीवन रेखा कहलाती है नैनी झील
नैनीताल की जीवन रेखा कही जाने वाली नैनी झील का जलस्तर चिंताजनक रूप से घटकर 4.7 फीट रह गया है। यह स्थिति बीते पांच वर्षों में पहली बार बनी है।बताया जा रहा है कि नैनीताल में लगातार कम हो रही बर्फबारी का असर नैनी झील में पानी के लेबल पर पड़ रहा है।पर्यटन सीजन शुरू होने से पहले ही जलस्तर कम होने से स्थानीय लोगों और प्रशासन के लिए बड़ी चिंता का विषय है. आशंका है कि इससे पर्यटकों की संख्या कम हो सकती है।
पिछले साल भी यही स्थिति देखी गई थी, हालांकि मानसून की बारिश ने इस कमी की भरपायी कर दी और झील का जलस्तर बढ़ कर 12 फुट तक पहुंच गया था।अब दोबारा वही स्थिति बनने की वजह से स्थानीय लोग, जिला प्रशासन और राज्य सरकार चिंता में है। यह चिंता इसलिए भी बड़ी हो जाती है कि यहां पर्यटन का सीजन शुरू होने वाला है।आशंका है कि नैनी झील में पानी कम होने की वजह से पर्यटकों का रुझान कम हो सकता है।इसका सीधा असर यहां की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि इस साल सदिर्यों में बर्फबारी कम हुई।बल्कि सही मायने में देखा जाए तो महज दो दिन नौ दिसंबर और 12 जनवरी को ही बर्फबारी हुई थी।
सूखने लगी नैनीताल की विश्व प्रसिद्ध झील”झील के जल स्तर को लेकर इस बार बढ़ी चिंता
