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Sunday, June 15, 2025

सरकार का फैसला बर्खास्त शिक्षकों का विभागीय समायोजन

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बीएड धारी बर्खास्त सहायक शिक्षक होंगे विज्ञान प्रयोगशाला सहायक शिक्षक

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में बुधवार को मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक में अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये 2621 बीएड अर्हताधारी सहायक शिक्षकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए उनको अंतर्विभागीय समिति की अनुशंसा अनुसार सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजन करने का निर्णय लिया गया। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (x account)
सीधी भर्ती 2023 में नियुक्ति उपरांत सेवा समाप्त किये गये बी.एड. अर्हताधारी 2621 सहायक शिक्षकों के साथ हमारी सुशासन की सरकार ने न्याय किया है। इन सभी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद में समायोजित करने का निर्णय हमने लिया है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग को अधिकृत किया गया है।
बी.एड. अर्हताधारी शिक्षकों को बधाई एवं शुभकामनाएं!

बृजमोहन अग्रवाल सांसद रायपुर (x_accont)
सीधी भर्ती 2023 में सेवा समाप्त किए गए 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) के पद पर समायोजित करने का ऐतिहासिक निर्णय प्रदेश के शिक्षकीय सम्मान और न्यायप्रिय शासन का प्रतीक है।
कुछ दिन पूर्व ही इन बर्खास्त सहायक शिक्षकों के समायोजन हेतु माननीय मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखा था। आज इस पर लिए गए निर्णय से न केवल हजारों शिक्षकों और उनके परिवारों को राहत मिली है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी मजबूती आई है।
इस महत्वपूर्ण निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय जी का धन्यवाद एवं समायोजित सभी सहायक शिक्षकों को हार्दिक बधाई एवं उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं।
छग मंत्री ओपी चौधरी (x_account)
सीधी भर्ती 2023 में सेवा समाप्त किये गये 2621 बी.एड. अर्हताधारी सहायक शिक्षकों को सहायक शिक्षक विज्ञान (प्रयोगशाला) पद पर समायोजित करने का निर्णय हमारी सरकार ने लिया है।

राज्य में रिक्त 4422 पदों पर इन्हें समायोजित किया जाएगा।
समायोजन की शर्तें:समायोजन गैर विज्ञापित पदों पर किया जाएगा।कला/विज्ञान संकाय से 12 वीं उत्तीर्ण सहायक शिक्षकों को निर्धारित अर्हता (12 वीं गणित/विज्ञान) पूर्ण करने के लिए 3 वर्ष की अनुमति दी जाएगी।
इन अभ्यर्थियों को प्रयोगशाला कार्य के संबंध में एससीईआरटी के माध्यम से दो माह का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
समायोजन की प्रक्रिया:
जिलों की प्राथमिकता में पहले राज्य के अनुसूचित क्षेत्र के जिलों के रिक्त पदों पर समायोजन किया जाएगा। इसके बाद सीमावर्ती जिलों के रिक्त पदों पर और फिर अन्य जिलों में समायोजन किया जाएगा।

इस निर्णय से न सिर्फ हजारों शिक्षकों के भविष्य को सुरक्षा मिली है, बल्कि स्कूलों में विज्ञान विषय की प्रयोगात्मक शिक्षा को भी मजबूती मिलेगी ।

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