छत्तीसगढ़ सरकार के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन तिहार में मिली 1.45 लाख शिकायतों पर कलेक्टर दीपक अग्रवाल (Deepak Agrwal) ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। इसी सिलसिले में कलेक्टर ने फिंगेश्वर सीएमओ को सस्पेंड कर दिया है. वहीं, दर्जनों अधिकारियों को नोटिस भेजा गया है।
छग न्यूज :_गरियाबंद जिले में चल रहे सुशासन तिहार के बीच कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने बड़ा प्रशासनिक एक्शन लेते हुए लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर सीधी कार्रवाई की है। इसी सिलसिले में फिंगेश्वर नगर पंचायत के सीएमओ चंदन मानकर को सस्पेंड करने का निर्देश जारी हुआ है, जबकि 15 से अधिक अफसरों को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में छग शासन प्रशासन द्वारा 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक चलाए गए सुशासन तिहार में छत्तीसगढ़ की जनता ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया 33 जिले में जनता ने अपनी शिकायतें और मांग रखी। अब सरकार को महीने भर के अंदर उसमें समाधान देना है,उसी के मद्देनजर अब प्रशासन अपना सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है।
गरियाबंद जिले के कलेक्टर ने कहा कि सुशासन तिहार के दौरान 1 लाख 45 हजार 984 आवेदन प्राप्त हुए हैं और इनका समाधान 20 दिनों के भीतर अनिवार्य है।उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई, तो संबंधित अधिकारी पर कठोर कार्रवाई होगी।
सुशासन तिहार की शिकायतों पर 20 दिनों में करनी होगी कार्रवाई
कलेक्टर ने कहा कि सुशासन तिहार के दौरान 1 लाख 45 हजार 984 आवेदन प्राप्त हुए हैं और इनका समाधान 20 दिनों के भीतर अनिवार्य है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि किसी भी स्तर पर लापरवाही पाई गई, तो संबंधित अधिकारी पर कठोर कार्रवाई होगी।
बैठक में अनुपस्थित मिले अधिकारियों पर भी कार्रवाई
बैठक में तीन एसडीएम, दो जनपद सीईओ और पांच सीएमओ अनुपस्थित थे। कलेक्टर ने इन सभी को नोटिस जारी किया है। साथ ही, कई विभागों के जिला अधिकारियों के गैरहाजिर रहने पर भी नाराजगी जताई गई है। बैठक में जिला पंचायत सीईओ जीआर मरकाम और अपर कलेक्टर नवीन भगत भी मौजूद थे।
कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे आवेदनों की डिजिटल एंट्री, मॉनिटरिंग और समाधान पर हर दिन रिपोर्ट दें।
‘जनता की शिकायतें हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता’
समीक्षा बैठक के दौरान तीन एसडीएम, दो जनपद सीईओ और पांच सीएमओ के अनुपस्थित पाए जाने पर उन्हें नोटिस जारी किया गया है. साथ ही, कई विभागों के जिला अधिकारियों की गैरहाजिरी पर भी सख्त रवैया अपनाया गया। कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि जनता की शिकायतें हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। ये सिर्फ कागज़ नहीं, भरोसे का दस्तावेज़ हैं।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ जीआर मरकाम, अपर कलेक्टर नवीन भगत सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि आवेदन की डिजिटल एंट्री, मॉनिटरिंग और समाधान पर प्रतिदिन रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
सुशासन तिहार में आए आवेदन पर सरकार और प्रशासन गंभीर, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, कलेक्टर ने CMO को किया सस्पेंड व 15 अफसरों को भेजा नोटिस,,
