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Monday, April 28, 2025

भारत के सड़कों पर ड्राइविंग खतरा से कम नहीं !! खतरनाक सड़क ड्राइविंग में भारत का रैंक 5 वॉ

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सबसे सुरक्षित सड़क ड्राइविंग में चौथे वर्ष भी नॉर्वे ड्राइविंग के लिए दुनिया का सबसे सुरक्षित देश है, जबकि दक्षिण अफ्रीका लगातार दूसरे वर्ष सूची में अपना अंतिम स्थान बनाए हुए है और भारत नीचे से 5 वें नंबर पर है

मतलब भारत के सड़कों पर चलना खतरा से कम नहीं है,यहां की सड़के और ट्रैफिक व्यवस्था 53 देशों के सुरक्षित सड़कों पर सर्वे अनुसार 49 वें नंबर पर है।

जूटोबी की रिपोर्ट के मुताबिक,
जोहान्सबर्ग: अमेरिका स्थित एक ड्राइवर प्रशिक्षण कंपनी द्वारा 53 देशों में किए गए शोध के आधार पर तैयार की गई वार्षिक रिपोर्ट में दक्षिण अफ्रीका को वाहन चलाने के लिए दुनिया का सबसे खतरनाक देश बताया गया है।53 देशों की लिस्ट में अमेरिका 51 वें के नंबर पर है वहीं भारत 49वें नंबर पर है।
क्या कारण है जो भारत को ड्राइविंग सिस्टम में खतरनाक बता रहा
भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है, जहां सड़क पर गाड़ी चलाना सबसे ज्यादा खतरनाक है। रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में सड़क हादसों की सबसे बड़ी वजह तेज रफ्तार, नशे में गाड़ी चलाना और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि लापरवाही से गाड़ी चलाने की वजह से न सिर्फ ड्राइवर की जान खतरे में पड़ती है, बल्कि सड़क पर चल रहे राहगीर भी चपेट में आते है।

खतरनाक ड्राइविंग के मामले में सबसे ऊपर नंबर 1 में दक्षिण अफ्रीका है और 5 वें नंबर भारत

खतरनाक ड्राइविंग की रैंकिंग में दक्षिण अफ्रीका पहले नंबर पर हैं। थाईलैंड दूसरे,अमेरिका तीसरे और अर्जेंटीना चौथे स्थान पर है। अमेरिकी ड्राइवर ट्रेनिंग कंपनी जूटोबी की ताजा रिपोर्ट मुताबिक, भारत 53 देशों की लिस्ट में 49वें नंबर पर है। यानी भारत ड्राइविंग के लिहाज से दुनियां का पांचवां सबसे असुरक्षित देश है।

अब नार्वे सुरक्षित ड्राइविंग में नंबर “one” क्यों है

नॉर्वे अच्छी सड़कें और जिम्मेदार ड्राइविंग कल्चर जूटोबी की रिपोर्ट के मुताबिक, नॉर्वे लगातार चौथे साल सबसे सुरक्षित देश बना है। वहां सख्त ट्रैफिक कानून, अच्छी सड़कें और जिम्मेदार ड्राइविंग कल्चर है।
सबसे बड़ा कारण
यातायात दुर्घटना और असुरक्षित सड़कें होने के पीछे बड़ा कारण ट्रैफिक व्यवस्था है। ट्रैफिक पुलिस में भ्रष्टाचार आम है और नियमों का पालन नहीं होता।
जो भी देश सुरक्षित यातायात में पीछे हैं वहां वाहन दुर्घटना आम बात है,इसे रोकने यातायात नियमों का परिचालन और परिपालन सही तरीके से होना चाहिए।सड़क यातायात नियमों को लेकर सरकार और जनता को जागरूकता के साथ जिम्मेदारी समझना होगा।

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