सूत्रों के अनुसार, ED अधिकारियों को बेनामी लेनदेन और अवैध लेन-देन से जुड़ी बड़ी मात्रा में बेहिसाब कैश के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी। पटना में स्थित सीक्रेट बंगले में घुसने पर कथित तौर पर कई कमरों में रखे नोटों की भारी मात्रा देखकर अधिकारियों के होश उड़ गए
पटना:_ मनी लॉन्ड्रिंग केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पटना में कई ठिकानों पर छापेमारी की है। इस दौरान 11 करोड़ 64 लाख रुपए कैश बरामद किया। भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता (उत्तर) तारणी दास सहित चार अन्य पदाधिकारी के ठिकाने पर छापे मारी हुई।
प्रारंभिक छापामारी के दौरान तारिणी दास के ठिकाने से करोड़ों की नकदी बरामद
बिहार भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता तारणी दास पर नीतीश सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. ईडी की छापेमारी में मिले करोड़ों रुपये के बाद यह एक्शन लिया गया है. सरकार ने तारिणी दास की संविदा को रद्द कर दिया है. पटना स्थित उनके ठिकानों पर ईडी की रेड में 11.64 करोड़ रुपये मिले हैं. आईएएस संजीव हंस से उनका कनेक्शन सामने आया है.
भवन निर्माण विभाग की ओर से जारी किए गए लेटर में कहा गया है कि तारणी दास मुख्य अभियंता उत्तर भवन निर्माण विभाग पटना को सेवानिवृत्ति के उपरांत संविदा के आधार पर नियोजित किया गया था. उनके विरुद्ध सक्षम स्तर से अनुमोदन प्राप्त किए बिना निविदा रद्द करने संबंधी प्राप्त शिकायत के लिए स्पष्टीकरण किया गया. स्मार्रों के बावजूद भी दास के द्वारा स्पष्टीकरण उपलब्ध नहीं कराया गया.
आज की कार्रवाई में प्रवर्तन निदेशालय ने 11 करोड़ 64 लाख कैश, कई अहम कागजात और डिजिटल साक्ष्य बरामद किए हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), पटना जोनल कार्यालय ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई की है।