आज छत्तीसगढ़ प्रदेश में हर जगह पानी की किल्लत शुरू हो चुकी है और इसके लिए सरकार अभी पूरी तरह गंभीर नहीं हुई है।जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली सरकार इस गंभीर मुद्दे पर चुप सी क्यों है?लागू की गई घोषित नियमों पर कोई समझौता नहीं होना चाहिए फिर अवैध गतिविधियां क्यों जारी है,आए दिन शराब सट्टा जुआ की खबरें मीडिया में आती है इस पर लगाम क्यों नहीं लगाया जा रहा।विकास की दिशा पर चलने वाली सरकार के कदम विनाश से डगमगाती क्यों बढ़ रही है??
सुशासन तिहार में इतने आवेदन इकट्ठे क्यो हो रहे यह लोगों की जागरूकता है या सरकार के प्रति एक खीझ !!
जिले में नदियों का दोहन करना कोई नया काम नहीं है, यह काफी लंबे समय से चला आ रहा है, जब जी चाहे, जितना चाहे वे नदी से बगैर परमिशन बालू (रेत) उठाकर ले जाता है.
रेत माफियाओं द्वारा रेत उत्खनन का गोरख धंधा काफी दिनों से किया जा रहा है, ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि रेत उत्खनन करने वाले एवं माफियाओं पर प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा एक्शन क्यों नहीं लिया जा रहा है.
बिलासपुर 12 अप्रैल:_कलेक्टर के निर्देश पर अवैध खनिज उत्खनन एवं अवैध ईंट भट्ठों के खिलाफ कार्रवाई की गई। एसडीएम मस्तुरी के मार्गदर्शन में शिवनाथ नदी पर अवैध रेत उत्खनन एवं परिवहन करते हुए 4 हाईवा एवं एक ट्रेक्टर जब्त किया गया। इनमें से दो हाईवा एवं ट्रेक्टर को पचपेड़ी थाना के सुपुर्द किया गया। दो हाईवा चालक वाहन छोड़कर भाग गएए जिसे कोटवार की अभिरक्षा में सौंपा गया है। जोन्ध्रा ग्राम से होकर अवैध परिवहन किया जाता है। नदी तक पहुंचने के रास्ते को अवरोध उत्पन्न कर बंद कराया गया। तखतपुर तहसील के ग्राम पकरिया में अवैध ईंट निर्माण एवं विक्रय के खिलाफ कार्रवाई की गई। मौके पर लगभग 30 हजार ईंट बरामद किया गया। इसे सरपंच एवं कोटवार के सुपुर्द किया गया। न्यायालय में भी मामला दर्ज किया गया। मस्तुरी में कार्रवाई नायब तहसीलदार अप्रतिम पाण्डेय एवं तखतपुर में कार्रवाई तहसीलदार पंकज सिंह के नेतृत्व में की गई।
डोंगरगांव| 11अप्रैल:_क्षेत्र में अवैध रूप से रेत उत्खनन और रेत भंडारण की शिकायत पर राजस्व विभाग ने कार्रवाई की। नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड करियाटोला में 30 ट्रैक्टर रेत स्टॉक पर जब्ती की। एसडीएम श्रीकांत कोराम के निर्देशन में तहसीलदार प्यारे लाल नाग, राजस्व निरीक्षक कौशल सिन्हा और नगर पंचायत राजस्व अधिकारी उमाशंकर पाल ने मौके पर जाकर जब्ती की कार्रवाई की।
गरियाबंद, 11 अप्रैल।
जिले की जीवनदायिनी नदियां इन दिनों अवैध रेत खनन की मार झेल रही हैं। रेत माफिया दिन-रात नियमों को ताक पर रखकर भारी मशीनों जैसे चेन माउंटेन, जेसीबी और हाइवा वाहनों से नदियों का सीना छलनी कर रहे हैं। यह खनन न सिर्फ पर्यावरण के लिए खतरनाक है, बल्कि सरकार को राजस्व का भी भारी नुकसान पहुंचा रहा है।इसी कड़ी में, गरियाबंद खनिज विभाग और रायपुर से आई खनिज विभाग की संयुक्त टीम ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। राजिम तहसील के नजदीक स्थित पिताईबद गांव में सूचना के आधार पर दबिश दी गई, जहां तीन चैन माउंटेन मशीनों को अवैध रेत खनन करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।
बालोद(ईएमएस)11 अप्रैल:_ जिले के गुंडरदेही क्षेत्र में एक बार फिर अवैध रेत खनन का नेटवर्क सक्रिय होता दिखाई दे रहा है। हाल ही में स्थानीय ग्रामीणों की शिकायतों और मीडिया में खबरें प्रकाशित होने के बाद खनिज विभाग ने कुछ कार्रवाई जरूर की, लेकिन वह कार्रवाई कितनी प्रभावी रही, इस पर अब सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि कार्रवाई के बावजूद क्षेत्र में रेत खनन और परिवहन का अवैध धंधा फिर से ज़ोर पकड़ चुका है। स्थानीय लोगों ने बताया कि खनन माफिया खुलेआम रेत का उत्खनन और परिवहन कर रहे हैं, जिससे शासन को लाखों रुपये की रॉयल्टी का नुकसान हो रहा है, जबकि माफिया अवैध रूप से करोड़ों की कमाई कर रहे हैं। इस स्थिति ने विभाग की कार्यशैली और मंशा पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
गरियाबंद, 10 अप्रैल_ अवैध रेत उत्खनन पर लगाम लगाने के लिए गरियाबंद, रायपुर खनिज विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने एक बड़ी कार्रवाई की है। यह कार्रवाई राजिम क्षेत्र के ग्राम पिताईबंद में की गई, जहां अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा था।
बेमेतरा 7 अप्रैल: बेमेतरा जिले की जीवनदायिनी जिला मुख्यालय से गुजरने वाली शिवनाथ नदी जिले के लोगों के लिए जीवन निस्तारी का मुख्य साधन है। शिवनाथ नदी से लोग पीने के पानी के साथ-साथ अपने मवेशियों का पालन-पोषण और खेती-किसानी करते हैं।अवैध रेत के भूखे लोग नदी की धारा ही ख़त्म कर दिए।फरवरी में जिस नदी में धारा बह रही थी, वहां आज लोग पैदल चल रहे हैं।ध्यान देने वाली बात है, बेमेतरा जिले में जीवनदायनी शिवनाथ नदी 70 सालों में पहली बार सूखी है,आज डैम से पानी मांग कर काम चलाया जा रहा।ऐसे बहुत से उदाहरण है जो पीछे है और आगे भी मिलेंगे।